...

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प्रेम का उच्चतम रूप
तुम छुपा लेना मुझे अपनी आंचल में
और कहना ,में तुम्हारे साथ हूँ हर पल , सदा सर्वदा
जब इतने पर आँसू ना रुके मेरे
तुम सुला लेना मुझे अपनी गोद में
और मेरे बालों पर हाथ फ़ेरना दिलासे का
जब तुम्हारे प्रेम की उष्मा सुख जाए ,और मेरे आँसू ,भूल कर हर कष्ट
सो जाऊँ तुम्हारी गोद में ,मुझे देखना एकटक नि: शक़ सोते हुए
जैसे माँ देखती है अपने बच्चे को
तब तुम माँ बन जाओगी में पा लूँगा
प्रेम का सर्वोच्च सर्ग जानती हो ?
प्रेमिका का माँ बन जाना प्रेम का उच्चतम रूप है
माँ से अधिक प्रेम भला जग में कौन कर पाया है


© राजू