तब अपनाना
पल ने अपना काम किया,जो बना कहीं एक,कहीं बिगड़ा
कहीं आंसूवो को रोक दिया,कहीं हसी को दिया उजड़ा
सीधी साधी होती नहीं, ज़िंदगी भी एक गेंद की उछाल है
जितनी तेज पटकोगे उम्मीदें ,उतना ज्यादा ही बवाल है
हाथ जुड़ा,दोनो पक्षों का,कहीं लाल मुंह,कहीं हस्ता चेहरा
किसकी किस्मत क्या रंग लाई,क्यों उप्परवाला सुना बेहरा
किमत है कई जहाजों...
कहीं आंसूवो को रोक दिया,कहीं हसी को दिया उजड़ा
सीधी साधी होती नहीं, ज़िंदगी भी एक गेंद की उछाल है
जितनी तेज पटकोगे उम्मीदें ,उतना ज्यादा ही बवाल है
हाथ जुड़ा,दोनो पक्षों का,कहीं लाल मुंह,कहीं हस्ता चेहरा
किसकी किस्मत क्या रंग लाई,क्यों उप्परवाला सुना बेहरा
किमत है कई जहाजों...