...

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ग़ज़ल
जब जब भी तेरी तस्वीर देखते हैं
गुज़रे हुए लम्हों की पीर देखते हैं

देखते हैं जब ये तेरा हँसता चेहरा
मानो कि अपनी तकदीर देखते हैं

मेरे दिल के हर कोने में है लिखा
नाम तेरा हम सीना चीर देखते हैं

इन यादों ने तेरी बांध रखा है ऐसे
हो यादों की कोई जंजीर देखते हैं

मोहब्बत के इस रास्ते में आखिर
हश्र होगा क्या तेरा 'नीर' देखते हैं

© @nirmohi_neer