तेरी गज़ल
हम जो बोले तो हमारी, अपनी खता होती है,
उनकी बोली पे, ये दुनियां जो फिदा होती है।
हर मतला है मेरा, उन्ही रदिफों के लिए
जिनके मकते में ही, जान पूरी होती है ।
©®@Devideep3612
तु कहें तो उम्रभर, गांऊ मैं तेरीही गज़ल
मेरी हर नज़्म जो, तुझपे ही फना होती है ।
दिलके हर पन्ने पे लिखी, बस तेरी ही है, गजल,
अब तो इंतजार है कब होगा तेरा रहमों फ़ज़ल ?
©®@Devideep3612
उनकी बोली पे, ये दुनियां जो फिदा होती है।
हर मतला है मेरा, उन्ही रदिफों के लिए
जिनके मकते में ही, जान पूरी होती है ।
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तु कहें तो उम्रभर, गांऊ मैं तेरीही गज़ल
मेरी हर नज़्म जो, तुझपे ही फना होती है ।
दिलके हर पन्ने पे लिखी, बस तेरी ही है, गजल,
अब तो इंतजार है कब होगा तेरा रहमों फ़ज़ल ?
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