...

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Love Story
समझ नहीं आ रहा कि कहा से आगाज करू,
प्यार के उन हसी पलो को कैसे बेराज करू,
उनके हाथ में कलम, कलम में स्याही,
स्याही में घुला वो रंगीन इश्क़ हमारा होगा,
बहक गया होगा कलम भी उनकी उगलियो में फंसकर,
मदहोश होकर झूमता हुआ नीचे आया होगा,
रात को तो चांद देखना आम बात है,
उस रोज हलका सा आफताब भी मुस्कुराया होगा,
जब जुल्फो को उंगली से कानो पे रखकर उन्होंने,
बेजान कलम नहीं, मेरे दिल को जमी से उठाया होगा।
वो सुबह भी बड़ी खास हुई थी,
जब उनसे हमारी मुलाकात हुई थी,
और मुलाकात भी क्या बस नज़रे मिली थी,
उन नज़रों में उलझी हमारी कई रात रही थी।।,
वो रेशमी पलके उठे तो भेाैर भी शर्मा जाए,
गर झुक जाए तो काली ये कायनात हो जाए,
हम देखते रहे बस उठना और गिरना पलको का,
दुआ करते रहे कि बस उनसे बात...