काल देखो कैसा आया
काल देखो कैसा आया,
मृत्यु का जंजाल बिछाया,
अब तो नसीब न कफ़न होता
न नसीब होती लकड़ी की चिता,
अब बस है तो जान बचाने की चिन्ता,
कोरोना आया कोरोना आया,
देखो फ़िर कोरोना आया
देखो भाई सेहत के प्रति रहो सचेत,
थोड़े समय के लिए धन की अभिलाषा,
को कर लो अचेत
देखो यह मृत्यु का जंजाल बड़ा है,
चिता के लिए भी मृत शरीर भी,
कतार में खड़ा हैं
अब दुबारा हाथ धो,
लगा लो मास्क,
फिर ही करो कोई...
मृत्यु का जंजाल बिछाया,
अब तो नसीब न कफ़न होता
न नसीब होती लकड़ी की चिता,
अब बस है तो जान बचाने की चिन्ता,
कोरोना आया कोरोना आया,
देखो फ़िर कोरोना आया
देखो भाई सेहत के प्रति रहो सचेत,
थोड़े समय के लिए धन की अभिलाषा,
को कर लो अचेत
देखो यह मृत्यु का जंजाल बड़ा है,
चिता के लिए भी मृत शरीर भी,
कतार में खड़ा हैं
अब दुबारा हाथ धो,
लगा लो मास्क,
फिर ही करो कोई...