खोया है
कुछ-कुछ सब ही ने खोया है
छुपकर हर कोई कभी रोया है ,
देख लिए पन्ने पलट कर
इतिहास ने कई बार आँखो को भिगोया है,
बस्तियों को तेज़...
छुपकर हर कोई कभी रोया है ,
देख लिए पन्ने पलट कर
इतिहास ने कई बार आँखो को भिगोया है,
बस्तियों को तेज़...