my life
खुद को सबके हिस्से देके अपने हिस्से क्या आया
गर्मी की हमे धूप मिली सर्दी का मिला साया
अकेले देख के खुद को हम जग के पास बैठ आए
हुई रात जो मेरे आंगन खुद को क्यू अकेला पाया
खुद को सबके हिस्से देके अपने हिस्से क्या आया
गर्मी की हमे धूप मिली सर्दी का मिला साया
अकेले देख के खुद को हम जग के पास बैठ आए
हुई रात जो मेरे आंगन खुद को क्यू अकेला पाया
खुद को सबके हिस्से देके अपने हिस्से क्या आया