दर्द की दास्तां
है कुछ दर्द मगर जीना अभी भी है,
चोट बहुत खाई मगर सीखना अभी भी है।
क्या हुआ अगर वह साथ नहीं है,
मगर उसका एहसास अभी भी है।
रिश्तो की डोर टूटी मगर,
धागों में प्रेम अभी भी है।
है कुछ दर्द मगर जीना अभी भी है,
चोट बहुत खाई मगर सीखना अभी भी...
चोट बहुत खाई मगर सीखना अभी भी है।
क्या हुआ अगर वह साथ नहीं है,
मगर उसका एहसास अभी भी है।
रिश्तो की डोर टूटी मगर,
धागों में प्रेम अभी भी है।
है कुछ दर्द मगर जीना अभी भी है,
चोट बहुत खाई मगर सीखना अभी भी...