9 views
उम्मीद आख़िरी
उम्मीद तुझसे मिलने की साथ छोड़ रही
रास्ते अन्जान चलना मेरी मजबूरी रही
रिश्ते बारी बारी से छोड़कर जा रहे हैं मेरे
पर निभाना उसे हमारी ही वफ़ादारी रही
कोई पैग़ाम आए इंतज़ार में वक़्त गुजरा
चेहरे पर मुस्कान लेकर मोहब्बत जारी रही
रास्ते अन्जान चलना मेरी मजबूरी रही
रिश्ते बारी बारी से छोड़कर जा रहे हैं मेरे
पर निभाना उसे हमारी ही वफ़ादारी रही
कोई पैग़ाम आए इंतज़ार में वक़्त गुजरा
चेहरे पर मुस्कान लेकर मोहब्बत जारी रही
Related Stories
14 Likes
1
Comments
14 Likes
1
Comments