HAPPY BIRTHDAY TIWARI JI
है एक बात कहने को, आज याद आई..
है एक खुशी, जो आज फिर से मुस्कुराई..
कयी साल बीत गए हमारी दोस्ती के, आज बचपन की वो यादें फिर से लौट आईं...
बचपन की वो शरारतें, जब जमाने का होश तो हमें बिलकुल भी नहीं था, क्लास तो 65 बच्चों की थी, पर मेरे लिए स्पेशल तो तुम्हें ही बनना था...
क्लास में बैठ कर खूब हंसी ठिठोली किया करते थे, एक दूसरे का लंच छीन छीन कर खाते थे, टीचर्स का मजाक उड़ाते थे, सभी के सीक्रेट एक दूसरे को ही...
है एक खुशी, जो आज फिर से मुस्कुराई..
कयी साल बीत गए हमारी दोस्ती के, आज बचपन की वो यादें फिर से लौट आईं...
बचपन की वो शरारतें, जब जमाने का होश तो हमें बिलकुल भी नहीं था, क्लास तो 65 बच्चों की थी, पर मेरे लिए स्पेशल तो तुम्हें ही बनना था...
क्लास में बैठ कर खूब हंसी ठिठोली किया करते थे, एक दूसरे का लंच छीन छीन कर खाते थे, टीचर्स का मजाक उड़ाते थे, सभी के सीक्रेट एक दूसरे को ही...