हर कोई मंत्री हर कोई नेता बनना चाहता है 🤣🤣🤣
सबको मंत्री सबको नेता बनना है
जेसे वो एक इंसान है जो अकेला सब देख लेगा
लेकिन किसी ने कभी सोची है कभी
🤔🤔🤔🤔🤔😏😏😏😏
हम सब में कोई नेता है
कोई मंत्री है
अब सोचने वाली बात है केसे 🤣🤣🤣🤣🤣
सही सोच रहे है
जेसे घर में कोई बड़ा बूढ़ा वो घर का नेता होता है
सब काम उनसे पुचकार होते है
तो उनसे भी बड़े नेता उनके ऊपर होते है
जेसे नाना
फिर नाना के नाना
पर नाना
ये सबसे ऊपर पोस्ट होती है इनकी अदालत में भी सजा सुनाई जाति है और बहुत से फिसले इनकी इजाजत से होते है
फिर लेडिस डिपार्ट केसे पीछे रह जाए 🤣🤣🤣
उनका भी यही है जेसे नानी
नानी की नानी
पर नानी इनकी भी यही ये लेडिस डिपार्ट चलता है
गांवों में पंचायती भवन होता है
पंचायत होती है
सरपंच जिसमे
पांच लोगो का समूह पंचायत कहलाता है
उनकी भी अदालत में फैसले होते है
इनकी भी सरकार होती है
अब औरतों की बात लेलो उनमें भी कोई ऐसी
लेडिस होती है जो सबके बारे में जानती है
और बहुत सी बातें करती है
जेसे अपने घर की अच्छी खराब सब तरह की बात दुख सुख सब तरह की सब अपनी अपनी राय देते है
जो इनकी पंचायत कभी खतम नहीं होती कितनी भी बात करके भी लगता है कोई बात अभी हुई नही
छोटे बच्चे भी अपनी अपनी घर पढ़ाई की बात करते है कोई ऐसा होता है जो उनकी बात सब मानते है सुनते है वो अपने टाइम के नेता है
घर में सबकी अपनी अपनी राजनीति होती है सास बहू
की देवरानी जेठानी की
नंद भाभी की
शादी में नखरे दिखाने वाले रिश्ते दा रो की
अपने समधी से जा दा उनके रूठने का डर लगता है
फिर हम सबके नेता जिसको हम वोट देते है
हम उनसे इतनी उम्मीद क्यों रखते है
वो रहे या नही सरकार। बदलती है
चहरे बदलते है लोग बदलते है
सरकार के नियम बदलते है
तो हम उनसे इतना उम्मीद क्यों लगाते है
कामना तो हमको तभी है जब भी कभी भी कोई सरकार आ जाए रहना अपने हिसाब से है मेहनत हमको करनी है
चाहे कोई भी किसी की भी सरकार आ जाए
फिर लोग बोलते है ये सरकार आ जाए वो सरकार आ जाए सरकार कोई भी। आए कामना घर चलाना हमारे हाथ में है तो हमको उम्मीद क्यों रखनी किसी से उससे पहले भी हम जी रहे थे
नेता ऐसा कर है वैसा कर रहा है
एक बात सोचो
सत्ता सबके हाथ में अपनी घर की
रिश्ते अपनी जिंदगी की अपनी फैमली की
अपने मन की करने की आजादी फ्री दम है
कभी भी कहीं भी जा। सकते है लेकिन ये नेता की जिंदगी किसी की काम की नही बिना कमांडो के गार्ड बिना कहीं नही जा सकते अपनी जिंदगी अपने तफीके के नही जी सकते अगर हम्मपे कोई दवाब डाले हमको अच्छा नही लगेगा लेकिन जो हमसे करने को कहां कहेगा न चाहते हुए हमको करना होगा इसलिए सरकार का फैसला अकेले का नही होता उनपे बहुत दबाव होता है इसी तरह हमारी जिंदगी यही सिखाती है जहां जितनी जरूरी वो कम करो दिल करे घूमो खाओ मोज करो लेकिन नेता का पूरा परिवार सिर्फ टारगेट के अलावा कुछ नही होता इसलिए किसी से उम्मीद क्यों रखते हो
हम खुश है हम आम इंसान है खुश है भले थोड़ा है लेकिन पूरा है याद रखना हम सबकी सत्ता अपने अपने हाथ में कब कहां yous करना है हम इंडेन सब जानते है वंदे मातरम् 🙏🙏🙏🙏🙏
© hatho ki lakiren aur kuch nhi......
जेसे वो एक इंसान है जो अकेला सब देख लेगा
लेकिन किसी ने कभी सोची है कभी
🤔🤔🤔🤔🤔😏😏😏😏
हम सब में कोई नेता है
कोई मंत्री है
अब सोचने वाली बात है केसे 🤣🤣🤣🤣🤣
सही सोच रहे है
जेसे घर में कोई बड़ा बूढ़ा वो घर का नेता होता है
सब काम उनसे पुचकार होते है
तो उनसे भी बड़े नेता उनके ऊपर होते है
जेसे नाना
फिर नाना के नाना
पर नाना
ये सबसे ऊपर पोस्ट होती है इनकी अदालत में भी सजा सुनाई जाति है और बहुत से फिसले इनकी इजाजत से होते है
फिर लेडिस डिपार्ट केसे पीछे रह जाए 🤣🤣🤣
उनका भी यही है जेसे नानी
नानी की नानी
पर नानी इनकी भी यही ये लेडिस डिपार्ट चलता है
गांवों में पंचायती भवन होता है
पंचायत होती है
सरपंच जिसमे
पांच लोगो का समूह पंचायत कहलाता है
उनकी भी अदालत में फैसले होते है
इनकी भी सरकार होती है
अब औरतों की बात लेलो उनमें भी कोई ऐसी
लेडिस होती है जो सबके बारे में जानती है
और बहुत सी बातें करती है
जेसे अपने घर की अच्छी खराब सब तरह की बात दुख सुख सब तरह की सब अपनी अपनी राय देते है
जो इनकी पंचायत कभी खतम नहीं होती कितनी भी बात करके भी लगता है कोई बात अभी हुई नही
छोटे बच्चे भी अपनी अपनी घर पढ़ाई की बात करते है कोई ऐसा होता है जो उनकी बात सब मानते है सुनते है वो अपने टाइम के नेता है
घर में सबकी अपनी अपनी राजनीति होती है सास बहू
की देवरानी जेठानी की
नंद भाभी की
शादी में नखरे दिखाने वाले रिश्ते दा रो की
अपने समधी से जा दा उनके रूठने का डर लगता है
फिर हम सबके नेता जिसको हम वोट देते है
हम उनसे इतनी उम्मीद क्यों रखते है
वो रहे या नही सरकार। बदलती है
चहरे बदलते है लोग बदलते है
सरकार के नियम बदलते है
तो हम उनसे इतना उम्मीद क्यों लगाते है
कामना तो हमको तभी है जब भी कभी भी कोई सरकार आ जाए रहना अपने हिसाब से है मेहनत हमको करनी है
चाहे कोई भी किसी की भी सरकार आ जाए
फिर लोग बोलते है ये सरकार आ जाए वो सरकार आ जाए सरकार कोई भी। आए कामना घर चलाना हमारे हाथ में है तो हमको उम्मीद क्यों रखनी किसी से उससे पहले भी हम जी रहे थे
नेता ऐसा कर है वैसा कर रहा है
एक बात सोचो
सत्ता सबके हाथ में अपनी घर की
रिश्ते अपनी जिंदगी की अपनी फैमली की
अपने मन की करने की आजादी फ्री दम है
कभी भी कहीं भी जा। सकते है लेकिन ये नेता की जिंदगी किसी की काम की नही बिना कमांडो के गार्ड बिना कहीं नही जा सकते अपनी जिंदगी अपने तफीके के नही जी सकते अगर हम्मपे कोई दवाब डाले हमको अच्छा नही लगेगा लेकिन जो हमसे करने को कहां कहेगा न चाहते हुए हमको करना होगा इसलिए सरकार का फैसला अकेले का नही होता उनपे बहुत दबाव होता है इसी तरह हमारी जिंदगी यही सिखाती है जहां जितनी जरूरी वो कम करो दिल करे घूमो खाओ मोज करो लेकिन नेता का पूरा परिवार सिर्फ टारगेट के अलावा कुछ नही होता इसलिए किसी से उम्मीद क्यों रखते हो
हम खुश है हम आम इंसान है खुश है भले थोड़ा है लेकिन पूरा है याद रखना हम सबकी सत्ता अपने अपने हाथ में कब कहां yous करना है हम इंडेन सब जानते है वंदे मातरम् 🙏🙏🙏🙏🙏
© hatho ki lakiren aur kuch nhi......