9 views
देवों के देव महादेव
देवों के देव महादेव के चरणों में हम सब का प्रणाम,
सृष्टि की रचना से पूर्व प्रकट हुए हैं स्वयं भू भगवान।
सौम्य आकृति एवं रौद्र रूप दोनों के लिए हैं वो विख्यात,
शिव,शंकर,भोलेनाथ,शंभू महादेव आदि कई हैं उनके नाम।
गले में नाग, हाथ में डमरू, हैं वो त्रिशूलधारी,
देव या दानव सब करते नीलकंठ भगवान का गुणगान।
पल में दुःख हरने वाले ऐसे हैं वो भोले- भंडारी,
ओम नमः शिवाय बोलने भर से मिट जाती है सारी थकान।
चंद्र सुशोभित कर सर पर कहलाए हैं वो चंद्रशेखर,
गंगा के तीव्र वेग को जटाओं में जकड़ने का नहीं है उनको अभिमान।
जिनकी शरण में मिल जाता है सबको हर समस्या का हल,
जलार्पण द्वारा असीम बल का प्राप्त होता है भक्तों को वरदान।
ऐसे त्रिपुरारी कैलाश वासी के दर्शन हेतु रहती है सदा आँखें प्यासी,
सच्चे मन से जो करता आराधना इस जहान में बन जाता है वो महान।
सृष्टि की रचना से पूर्व प्रकट हुए हैं स्वयं भू भगवान।
सौम्य आकृति एवं रौद्र रूप दोनों के लिए हैं वो विख्यात,
शिव,शंकर,भोलेनाथ,शंभू महादेव आदि कई हैं उनके नाम।
गले में नाग, हाथ में डमरू, हैं वो त्रिशूलधारी,
देव या दानव सब करते नीलकंठ भगवान का गुणगान।
पल में दुःख हरने वाले ऐसे हैं वो भोले- भंडारी,
ओम नमः शिवाय बोलने भर से मिट जाती है सारी थकान।
चंद्र सुशोभित कर सर पर कहलाए हैं वो चंद्रशेखर,
गंगा के तीव्र वेग को जटाओं में जकड़ने का नहीं है उनको अभिमान।
जिनकी शरण में मिल जाता है सबको हर समस्या का हल,
जलार्पण द्वारा असीम बल का प्राप्त होता है भक्तों को वरदान।
ऐसे त्रिपुरारी कैलाश वासी के दर्शन हेतु रहती है सदा आँखें प्यासी,
सच्चे मन से जो करता आराधना इस जहान में बन जाता है वो महान।
Related Stories
24 Likes
11
Comments
24 Likes
11
Comments