जय कन्हैया लाल की
कृष्ण पक्ष तिथि अष्ट रोहिणी नक्षत्र में जन्मे कन्हाई हैं
संपूर्ण बृज धन्य भयो, कोटि कोटि बधाई ही बधाई है…
टूट गए ताले सब, खुली बेड़ियाँ, सभी मध्य रात्रि में
रूप में गोपाल के, माँ देवकी ने संतान एक जाई है…
वसुदेव लेकर चले, कान्हा को गोकुल आधी रात में
छूने को हरि चरण, कालिंदी यमुना चढ़ चढ़ आई...
संपूर्ण बृज धन्य भयो, कोटि कोटि बधाई ही बधाई है…
टूट गए ताले सब, खुली बेड़ियाँ, सभी मध्य रात्रि में
रूप में गोपाल के, माँ देवकी ने संतान एक जाई है…
वसुदेव लेकर चले, कान्हा को गोकुल आधी रात में
छूने को हरि चरण, कालिंदी यमुना चढ़ चढ़ आई...