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तेरी याद में इस क़दर गुम हुई
तेरी याद में इस क़दर गुम हुई
ना होश वालों में हाज़िर हुई ना पूरी बेहोश हुई
लम्हा लम्हा पल पल तू याद ऐसे आया
जैसे बरसों बाद आज चांद मेरी खिड़की पे आया
तेरी याद में इस क़दर गुम हुई
तेरे पलों में बेहोश हुई
तुझे उतार लूँ अपनी रूह में ऐसे
जैसे जल में बसती एक मछली
तेरी याद में इस क़दर गुम हुई
पल पल तेरे साथ बिताए लम्हों में बेहोश हुई
ना तुझे कह स्की , ना तेरे बिन रह स्की
तूने तो कह डाला अपने दिल का हाल
में तेरी याद से बाहर ना आ पाई
तेरी याद में इस क़दर गुम हुई
दुनिया की नज़र में , मैं ही बदनाम हुई
© nancy
ना होश वालों में हाज़िर हुई ना पूरी बेहोश हुई
लम्हा लम्हा पल पल तू याद ऐसे आया
जैसे बरसों बाद आज चांद मेरी खिड़की पे आया
तेरी याद में इस क़दर गुम हुई
तेरे पलों में बेहोश हुई
तुझे उतार लूँ अपनी रूह में ऐसे
जैसे जल में बसती एक मछली
तेरी याद में इस क़दर गुम हुई
पल पल तेरे साथ बिताए लम्हों में बेहोश हुई
ना तुझे कह स्की , ना तेरे बिन रह स्की
तूने तो कह डाला अपने दिल का हाल
में तेरी याद से बाहर ना आ पाई
तेरी याद में इस क़दर गुम हुई
दुनिया की नज़र में , मैं ही बदनाम हुई
© nancy
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