...

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दो पल की कहानी✨
दो पल की कहानी है
ये जिंदगी इक दास्तां पुरानी है
हर किसी को जीनी ये जिंदगानी है
कहने को जिंदगी सफर इसकी अंजानी है

न आराम न फुर्सत और ना ही सुकून
बस गम खुशी सबका पहरा है
खुशी से ज्यादा गमों का ठहराव गहरा है
सुख दुःख सब जीवन का हिस्सा है
जिसका रोज़ मरा की ज़िंदगी में आना जाना है

फिर जाने क्यों छोटी छोटी बातें बेचैनी बढ़ाती है
जो मन अंदर ही अंदर सहता है
दिल रोता आंखें नम करता
फिर दम बहुत ज्यादा है घुटता

थामने को जो थाम लूं
वो वक्त दो पल का बसेरा है
हां ज़िन्दगी अलबेला है

आज नहीं तो कल मिट जानी हर एक निशानी है
जो छाप छूट जाए इन पन्नों पे वो स्याही से लिखी कहानी है
समझ सकूं ना मैं ऐसी ये जिंदगी इक दास्तां पुरानी है

लम्हें लम्हें में घुल रहा सांसों में जैसे ये रवानी है
बचपने से जवानी तक का सफ़र ढलता
बुढ़ापे तक चलता ये जिंदगानी
फिर विरानी रूह की ज़िंदगी ख़त्म इक अमर ये कहानी है

सबको जाना फिर उसके बाद एक ही जगह है
ये शरीर जल राख हो मिट्टी में मिल जानी है
फिर किस बात का अभिमान है
और किस लिए दुनियां में चल रहीं शरयंत्र की ये चाल है
हर एक घर में अपनों के भीतर हो रहे जंग
जैसे महाभारत का कोई संग्राम है

आखिर यादें रह जानी है जिसके साएं में नई जिंदगी बितानी है
ये ज़िन्दगी दो पल की कहानी है
इक दास्तां पुरानी है
~Gia⊰⊹ฺ




© The Unique Girl✨❤️