कहीं हकीकत और ख्वाब के बीच.. ;
तू खूबसूरत सी अल्फाज़
किसी शायर के ज़ज्बात सी ।
मैं बेगाना सा शब्द
जैसे कि अर्थहीन सा बात कोई ।।
तू खूबसूरत सी चाँद
उस पूर्णमासी के रात सी ।
मैं अंधेरा सा खोया
जैसे कि अमावस की...
किसी शायर के ज़ज्बात सी ।
मैं बेगाना सा शब्द
जैसे कि अर्थहीन सा बात कोई ।।
तू खूबसूरत सी चाँद
उस पूर्णमासी के रात सी ।
मैं अंधेरा सा खोया
जैसे कि अमावस की...