तन्हाई
इस तन्हाई में चाँद को पास बुला कर लाते हैं,
चलो रात को आज दिल का हर हाल सुनाते हैं,
तन्हा और खामोश पड़ी हुई है आज रात भी,
हम भी चलो आसमान से गुफ़्तुगू कर आते हैं।
टिमटिमाते इन तारों को अपनी नज्में सुनाते...
चलो रात को आज दिल का हर हाल सुनाते हैं,
तन्हा और खामोश पड़ी हुई है आज रात भी,
हम भी चलो आसमान से गुफ़्तुगू कर आते हैं।
टिमटिमाते इन तारों को अपनी नज्में सुनाते...