ग़ज़ल
ज़ख्म का हौसला बढ़ाना है
मौत को ज़ीस्त से मिलाना है
वक़्त पर बारिशें जरूरी हैं
अश्कों का काम, बाहर आना है
पहने हैं आंसुओं का किरदार और
मसअला ये है,...
मौत को ज़ीस्त से मिलाना है
वक़्त पर बारिशें जरूरी हैं
अश्कों का काम, बाहर आना है
पहने हैं आंसुओं का किरदार और
मसअला ये है,...