ऐसी हैं मेरी बेहना।
कभी I LOVE YOU नहीं केहती
पर फिक्र बहुत हैं करती
छोटी-छोटी बातों पर झगड़ती
हैं घर में मुझ से
पर लड़ जाती हैं वो दुनिया
से हैं मेरे लिए।
ऐसी है मेरी बेहना।।
प्यार तो बोहोत है मेरे
लिए मन में
पर जताना नहीं आता
तारीफ़ ना करती...
पर फिक्र बहुत हैं करती
छोटी-छोटी बातों पर झगड़ती
हैं घर में मुझ से
पर लड़ जाती हैं वो दुनिया
से हैं मेरे लिए।
ऐसी है मेरी बेहना।।
प्यार तो बोहोत है मेरे
लिए मन में
पर जताना नहीं आता
तारीफ़ ना करती...