...

43 views

मैं निकली एक दिन खुद की तलाश में
मैं निकली एक दिन खुद की तलाश में
लेकिन खुद को तलाश न पाई मैं
फस के जमाने के जाल में
खुद को ना ढूंढ पाई में
धड़कन तो चलती है
पर कुछ महसूस नहीं होता
लोगों की कड़वी बातों का मुझे अब एहसास नहीं होता
मुस्कुरा देते है लब .....😊
आंखों में नमी आ जाती है 🥺
जमाने की रस्मों में फंस कर
एक लड़की खुद को ही भूल जाती है
लेकिन फिर भी मैं निकली खुद की तलाश में
लेकिन खुद को तलाश ना पाई में