...

13 views

।। जिंदगी ।।
।। जिंदगी ।।

कोई बात होगी जो
तुमने किनारा काट लिया

हमने तो सोचा था कि
आना फिलवक्त के लिए टाल दिया

कोई बात होगी जो
सरे राह मुंह मोड़ लिया

मंजिल की बात थी और
सरे राह भटकता छोड़ दिया

मैंने जिंदगी बहुत सजाई थी
बंदगी के लिए

तुम्हारी सादगी पर
प्यार जताना ही भूल गया

तुमने जिंदगी के चाहत की जो
राह सुझाई थी

मैंने राह याद रखा
जिंदगी ही भूल गया

मैं तो अकेला ही चला था
मंजिल के लिए

तुम्हारा साथ मिला तो
मंजिल ही भूल गया

जिंदगी तू बहुत मेहरबान है
हमपर जानिब

कि तेरी मेहरबानी से जो पाया
खुद को खोकर पाया

मैंने कई बार तुझको
खुशनसीबी का तोहफा देना चाहा

हर बार पर हंसते हुए
तुमने वह लौटा ही दिया