जो चाहूं अगर मिल गया तो......
जो चाहूं अगर मिल गया
फिर गम क्या होगी
गिरने से पहले अगर संभल गई
तो फिर ठोकर क्या होगी
बिना रुके अगर में चलती गई
फिर वह सफर ही...
फिर गम क्या होगी
गिरने से पहले अगर संभल गई
तो फिर ठोकर क्या होगी
बिना रुके अगर में चलती गई
फिर वह सफर ही...