मेरी कमजोरियों की तिजोरी जरा बड़ी हैं
मेरी कमजोरियों की तिजोरी जरा बड़ी है
दिल बच्चा सा मेरा जुबां एक दम खरी है
मेरी कमजोरियों की तिजोरी जरा बड़ी है
सच कहता हूं यारो मुझे अपनी कहां पड़ी है..
नन्नी नन्नी बातों को भी दिल से लगा लेता हूं
टूटे दिलों को भी अपने सीने से लगा लेता हूं
हर शख्स में दिखता है मेरा सतगुरु प्रीतम प्यारा
इसलिए हर एक शख्स को अपना बना लेता हूं
किसी का दिल दुखाना मेरे...
दिल बच्चा सा मेरा जुबां एक दम खरी है
मेरी कमजोरियों की तिजोरी जरा बड़ी है
सच कहता हूं यारो मुझे अपनी कहां पड़ी है..
नन्नी नन्नी बातों को भी दिल से लगा लेता हूं
टूटे दिलों को भी अपने सीने से लगा लेता हूं
हर शख्स में दिखता है मेरा सतगुरु प्रीतम प्यारा
इसलिए हर एक शख्स को अपना बना लेता हूं
किसी का दिल दुखाना मेरे...