नारी
पावन गंगा सम नारी तुम
स्व जीवन की अधिकारी तुम।।
तुम हो प्रतीक सर्वस्व त्याग का
तुम हो प्रतीक संघर्ष आग का
इस भूतल की हितकारी तुम
स्व जीवन की अधिकारी तुम।।
हो पुरुष जीवन की तरणी नाव
झरते हैं पलकों से असंख्य...
स्व जीवन की अधिकारी तुम।।
तुम हो प्रतीक सर्वस्व त्याग का
तुम हो प्रतीक संघर्ष आग का
इस भूतल की हितकारी तुम
स्व जीवन की अधिकारी तुम।।
हो पुरुष जीवन की तरणी नाव
झरते हैं पलकों से असंख्य...