हम्हीं गलत।
किसने कहा गलती सिर्फ तुम्हारी है?
गलती सिर्फ तुम्हारी नहीं,
हम बराबर के साझेदार हैं।
तो सजा केवल तुम्हें क्यूँ?
उसमे हम भी भागीदार हैं।
पर यूँ कहो कि गलत तो सिर्फ तुम थी,
तो इस बात से भी...
गलती सिर्फ तुम्हारी नहीं,
हम बराबर के साझेदार हैं।
तो सजा केवल तुम्हें क्यूँ?
उसमे हम भी भागीदार हैं।
पर यूँ कहो कि गलत तो सिर्फ तुम थी,
तो इस बात से भी...