एहसास
श़ायद इल्म नहीं इस बात का आपको
दूर होने के ख़याल से भी डरती हूं
पास ना सही पर साथ तो हूं
ये सोचकर चुप रह जाती हूं ।।
कभी-कभी आपकी बहुत याद सताती है
मन मेरा कुछ भारी सा हो जाता...
दूर होने के ख़याल से भी डरती हूं
पास ना सही पर साथ तो हूं
ये सोचकर चुप रह जाती हूं ।।
कभी-कभी आपकी बहुत याद सताती है
मन मेरा कुछ भारी सा हो जाता...