सच बताओ यार क्या तुम मुझे भूल पाओगे...Sagar Raj Gupta
तुम्हारे जिश्म के कतरे कतरे में मैं हूँ, तो
फिर कैसे किसी और के बांहों में झूल पाओगे
सच बताओ यार क्या तुम मुझे भूल पाओगे...
मेरे नाम की मेहंदी तो धो ली तुमने किसी और के लिए,
लेकिन दिल पे लिखें नाम कों कैसे धुल पाओगे
सच बताओ यार क्या तुम मुझे भूल पाओगे...
मैं तो तुम्हे छोड़ दूंगा अपने रकिब के...