अंजान थे हम.. 🍂🍁
अंजान थे हम, हर रिश्ते को सच्चा माना हमने
कई फ़ूलों की खुशबुओं ने बुलाया हमें,
पर तेरे इत्र को अपनाया हमने,
न आया समझ कि हुई क्या थी खता हमसे , ...
कई फ़ूलों की खुशबुओं ने बुलाया हमें,
पर तेरे इत्र को अपनाया हमने,
न आया समझ कि हुई क्या थी खता हमसे , ...