जी चाहता है❤️
जब वो देखती है ध्यान से,तो शर्माने को जी चाहता है।
जब वो कहे एक बाइट और खाओ,तो पूरा पराँठा खाने को जी चाहता है।
जब वो कहती है चलो मार्केट आराम से जाएँगे रूम पे,तब पैरों में दर्द होते हुए भी उसका हाथ थामकर पूरी ठंडी सड़क पर घूमने को जी चाहता है।
जब वो कहती चलो Boating करते हैं,तब पानी से डर लगते हुए भी उसके साथ पानी में उतर जाने को जी चाहता है।
जब वो ले चलती है मंदिर की सीढ़ियों से,तब घंटी बजाकर प्रार्थना करने को जी चाहता है।
जब वो कहती है- ये नीम नहीं तुलसी है खा लो इसे,तब नीम-सा कड़वा भी खाने को जी चाहता है।
जब वो एकदम से पीछे से आकर थामती हैं,तो सारा जीवन उसकी बाहों में रहने को जी चाहता है।
जब वो कहती है- सब ठीक है,तब उसकी हर बात मानने को जी चाहता है।
जब वो कहती- हाँ मैं सुन रही हूँ आपको,तब अपने दिल की हर बात उसे सुनाने को जी चाहता है।
अब तो ये आलम है दिल का,बस उसी का और सिर्फ़ उसी का होने को जी चाहता है।
© beingmayurr
जब वो कहे एक बाइट और खाओ,तो पूरा पराँठा खाने को जी चाहता है।
जब वो कहती है चलो मार्केट आराम से जाएँगे रूम पे,तब पैरों में दर्द होते हुए भी उसका हाथ थामकर पूरी ठंडी सड़क पर घूमने को जी चाहता है।
जब वो कहती चलो Boating करते हैं,तब पानी से डर लगते हुए भी उसके साथ पानी में उतर जाने को जी चाहता है।
जब वो ले चलती है मंदिर की सीढ़ियों से,तब घंटी बजाकर प्रार्थना करने को जी चाहता है।
जब वो कहती है- ये नीम नहीं तुलसी है खा लो इसे,तब नीम-सा कड़वा भी खाने को जी चाहता है।
जब वो एकदम से पीछे से आकर थामती हैं,तो सारा जीवन उसकी बाहों में रहने को जी चाहता है।
जब वो कहती है- सब ठीक है,तब उसकी हर बात मानने को जी चाहता है।
जब वो कहती- हाँ मैं सुन रही हूँ आपको,तब अपने दिल की हर बात उसे सुनाने को जी चाहता है।
अब तो ये आलम है दिल का,बस उसी का और सिर्फ़ उसी का होने को जी चाहता है।
© beingmayurr