गुरुर
असीम अनंत उस सुरुज की ओर
तुम ध्यान दो अपने गुरूर की ओर
आंच से उसकी सृष्टि चलती है...
तुम ध्यान दो अपने गुरूर की ओर
आंच से उसकी सृष्टि चलती है...