जब छा जाती है तन्हाई
जब छा जाती है तन्हाई
तो बस याद आती है रुस्वाई
ना जाने ये जिंदगी कैसी हो गई है
रो तो बहुत रही हूँ पर आसु किसी को दिखा ना पा रही हूँ
जो बाते...
तो बस याद आती है रुस्वाई
ना जाने ये जिंदगी कैसी हो गई है
रो तो बहुत रही हूँ पर आसु किसी को दिखा ना पा रही हूँ
जो बाते...