🍂 रोहिड़े_रा_फूल 🍂
कदै देख्यां थार आला, गुलाबां री गुलाबी,
अर चम्पा-चमेली री सुगंध,
म्हैं तो देख्या, रोहिड़ा रा राता-राता फूल !
रेतीली भूमि मायं, सूखो तप सेवता,
रेगिस्तान रो श्रृंगार, नारंगी-केसरिया रंगा री भरमार,
आपा रो राज-पुष्प, पूठरो रोहिड़े रो फूल !
फैलावै थार माहिती, रंगा री आस,
रोही रो करै केसरियो सिंगार,
तावड़ा म चिलके ओ आतरै स्यूं, ज्यूं पीली-राती फुहार,
राजस्थान रो हिवड़े रो हार, आपां रो रोहिड़े रो फूल !
हुवै कदै-कदै घणौ एफसोस, बीत गी...
अर चम्पा-चमेली री सुगंध,
म्हैं तो देख्या, रोहिड़ा रा राता-राता फूल !
रेतीली भूमि मायं, सूखो तप सेवता,
रेगिस्तान रो श्रृंगार, नारंगी-केसरिया रंगा री भरमार,
आपा रो राज-पुष्प, पूठरो रोहिड़े रो फूल !
फैलावै थार माहिती, रंगा री आस,
रोही रो करै केसरियो सिंगार,
तावड़ा म चिलके ओ आतरै स्यूं, ज्यूं पीली-राती फुहार,
राजस्थान रो हिवड़े रो हार, आपां रो रोहिड़े रो फूल !
हुवै कदै-कदै घणौ एफसोस, बीत गी...