...

11 views

एक मुस्कुराट..
जब आये इस दुनिया में तब हर रिश्ते से अनजान थे।

किसी से क्या‌ रिश्ता है इस से बेखबर बचपन के कुछ खुशनुमा पल गुजारे।

जैसे बड़े होते गए वैसे-वैसे रिश्तों के भंवर में कुछ ऐसे फंसते चले गए कि कभी-कभी उन रिश्तों कि वजह से खुद को भुला दिया,

तो कभी अपने अरमानों का गला घोटं दिया ,

तो कभी खुद कि खुशी को भुला...