किसान
देखो क्या दशा हुई दाता की,
कैसी माया है ये विधाता की,
मुल्यहीं हुई जान अन्नदाता की,
कगार पर है मानवता युग की।
जो मुसीबत मे अन्नदाता बन...
कैसी माया है ये विधाता की,
मुल्यहीं हुई जान अन्नदाता की,
कगार पर है मानवता युग की।
जो मुसीबत मे अन्नदाता बन...