कुछ न तंग करता मुझे!!
न भूतकाल , न भविष्य काल,
कुछ भी न तंग करता मुझे।
मुझे प्यारा है अपना ख्याल।
कुछ न तंग करता मुझे।।
मैं रहता हूं अपने मन में,
अपने बहते हुये धारों में,
बुनते सपनो के धागे में,
अथक प्रयत्न की कोशिशों में,
कभी पूर्णता प्राप्त होगी या नही
ये ख्याल न तंग करता मुझे।।
कुछ भी न तंग करता मुझे।
मुझे प्यारा है अपना ख्याल।
कुछ न तंग करता मुझे।।
मैं रहता हूं अपने मन में,
अपने बहते हुये धारों में,
बुनते सपनो के धागे में,
अथक प्रयत्न की कोशिशों में,
कभी पूर्णता प्राप्त होगी या नही
ये ख्याल न तंग करता मुझे।।