हर बार
#एकस्वरकविता हर बार लोग मिले ,
और मिल कर चले गए ,,,
हर बार नया ज़ख्म मिला
और हम पुराने को भूलते गए ,,,
हर बार हुए ग़म जदा तो क्या...
और मिल कर चले गए ,,,
हर बार नया ज़ख्म मिला
और हम पुराने को भूलते गए ,,,
हर बार हुए ग़म जदा तो क्या...