मौका-ए-दस्तूर
अच्छा होगा या बुरा पता नहीं।
एक बात कहनी सी होगी या अनसुनी सी।
मुलाकात अजीब होगी ये तय सी।
बात ना जाने छिप जायेगी जो सवाल वो गड जायेंगे।
एक सन्नाटा होगा लेकिन सब कह पायेगे।
आँखों की बात नासमझ बना...
एक बात कहनी सी होगी या अनसुनी सी।
मुलाकात अजीब होगी ये तय सी।
बात ना जाने छिप जायेगी जो सवाल वो गड जायेंगे।
एक सन्नाटा होगा लेकिन सब कह पायेगे।
आँखों की बात नासमझ बना...