जो है,सो है
कल दस्तक दे रहा है,आज कों जाने की अनुमति चाहिए
कल से आज,आज से कल क्या करने वाले,आप दिकाहिए
पल पल का पन्ना पलट रहा,और नए पाठ मिलरहे राहो में
तरस रहे नैना जो बरसों से,उन्हे पकड़ लेना आप बाहों में
सक्षम है,सुरक्षित भी,पर लोगो को मन के प्रति आस नहीं
बातों से ही डर जाते है,हार गए कुछ रखा नहीं प्रयास नहीं
कदम कदम पर डर...
कल से आज,आज से कल क्या करने वाले,आप दिकाहिए
पल पल का पन्ना पलट रहा,और नए पाठ मिलरहे राहो में
तरस रहे नैना जो बरसों से,उन्हे पकड़ लेना आप बाहों में
सक्षम है,सुरक्षित भी,पर लोगो को मन के प्रति आस नहीं
बातों से ही डर जाते है,हार गए कुछ रखा नहीं प्रयास नहीं
कदम कदम पर डर...