...

16 views

शिक्षकों की आधारभूत अद्वितीय भूमिका
*"मानव जीवन के विकास में शिक्षकों की आधारभूत अद्वितीय भूमिका"*

*जिन्हें आज हम शिक्षक कहते हैं उन्हें पहले के जमाने में गुरु कहा जाता था। पौराणिक ग्रंथों के अनुसार पांच गुरुओं को विशेष स्थान प्राप्त है। (1) देवगुरु बृहस्पति जी (2) महर्षि वेदव्यास जी (3) महर्षि बाल्मीकि जी (4) दैत्यगुरू शुक्राचार्य जी (5) गुरु विश्वामित्र जी।*

ग्रंथों के रचनाकारों ने इनमें "परम सदगुरु/शिक्षक निराकार ज्योति बिन्दु परमात्मा शिव का नाम छोड़ दिया है। वास्तव में उसका नाम ही प्रथम लिखना चाहिए था। यह इसलिए हुआ क्योंकि उन्होंने उस...