किसान है तो हम हैं
बिना परों के गगन से ऊँची उड़ान है जो, किसान है वो
अँधेरी रातों के बाद सुन्दर विहान है जो, किसान है वो
वही जो सरसो के फूल में है वही जो सूरजमुखी के जैसा
कपास, गन्ना,मसूर, अरहर या धान है जो, किसान है वो
वही जो मिट्टी से प्यार करता वही जो दुनिया का पेट भरता
उदास खेतों को गुदगुदाता, महान है जो, किसान है वो
बिता रहा है किसी...
अँधेरी रातों के बाद सुन्दर विहान है जो, किसान है वो
वही जो सरसो के फूल में है वही जो सूरजमुखी के जैसा
कपास, गन्ना,मसूर, अरहर या धान है जो, किसान है वो
वही जो मिट्टी से प्यार करता वही जो दुनिया का पेट भरता
उदास खेतों को गुदगुदाता, महान है जो, किसान है वो
बिता रहा है किसी...