क्यो?
हार जाते है रोज खुदसे ही लड़ते लड़ते,
फिर भी तु सम्भलने के लिए दिखता क्यो नही?
हालत को देखर गुस्सा भी तुझपर ही...
फिर भी तु सम्भलने के लिए दिखता क्यो नही?
हालत को देखर गुस्सा भी तुझपर ही...