जीवन यूँ ही बीत रहा है.....
धीरे धीरे रीत रहा है
जीवन यूँ ही बीत रहा है
हमें कभी जो मिल ना पाई
नाम उसी का प्रीत रहा है
हर मौसम में अपने लब पर
बिरहा वाला गीत रहा...
जीवन यूँ ही बीत रहा है
हमें कभी जो मिल ना पाई
नाम उसी का प्रीत रहा है
हर मौसम में अपने लब पर
बिरहा वाला गीत रहा...