जिंदगी की तलाश में हम.....
जिंदगी की तलाश में हम,
न जाने किस डगर हो आए हैं,
न सुध रही सही-गलत की,
न रही चाह अब फलक की,
ढूंढ़ने निकले थे,
आसमां अपना,
बिखरे सपने तो देखा,
दस्तक मौत को दे आए हैं।
न जाने किस डगर हो आए हैं,
न सुध रही सही-गलत की,
न रही चाह अब फलक की,
ढूंढ़ने निकले थे,
आसमां अपना,
बिखरे सपने तो देखा,
दस्तक मौत को दे आए हैं।