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"श्री कृष्णा: नन्दलाल की वंदना" (Shri Krishna: The Reverence of Nandalal)
Here's a shorter poem dedicated to Lord Krishna in Hindi:

श्री कृष्णा, तेरे चरणों में शरण, जीवन का सार, तू ही है ध्यान।

माखन चोर, मधुर वनवासी, गोपियों का प्राण, मोहन बाँसी।

गीता का सार, तू ही ज्ञान, करुणा का सागर, अनंत दिव्यज्योति तेरे मन्दिर की शोभा है अनुपम, ब्रजवासी, नन्द के लाल, वृंदावन के हैं राजकुमार, माखन चोर, मोहन, माधव, मुरारि, राधा के कान्हा, नन्दलाल।

बाँसुरीधार, मधुर मुरलीधर, गोकुल के नायक, वृंदावन के श्याम, गोपियों का रसिक, गोपाल, मोहन, मुरारि, मधुसूदन, हरि हरि नाम तेरा जपते जाएं।कन्हैया, माखनचोर, यशोदा के लाल, गोकुल के नन्दलाल, वृंदावन के विहारी, रासरासीला, माखनचोर, वृंदावन के बाँसुरीधार, मनमोहन, मुरलीधर, गोपियों का मधुर, मधुर संग, राधा के कान्हा, गोपाल जी।

हरि हरि, हरि बोल, भगवान श्रीकृष्ण की जय।

A short poem written by
~Aadarsh Mishra
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