शाम रंग
क्षितिज के किनारे छुपी कही
केसर लाली में निखारती कही
खाईशो के आगे ढली हर रोज
सजी शाम रंगो की
बहती...
केसर लाली में निखारती कही
खाईशो के आगे ढली हर रोज
सजी शाम रंगो की
बहती...