।...नावाकिफ लोग...।
बहर में दफन, सदफ से नावाकिफ है लोग
किस कदर भूल गए खुद को यहां के लोग
दूर तक कौन देखता है निगाहों से आसमानों तक
जाने क्या क्या छुपा के रखते है यहां के लोग
इश्क़ के जाल में कैद था, तो था इसका वजूद
खुद को आजाद कर खुदा...
किस कदर भूल गए खुद को यहां के लोग
दूर तक कौन देखता है निगाहों से आसमानों तक
जाने क्या क्या छुपा के रखते है यहां के लोग
इश्क़ के जाल में कैद था, तो था इसका वजूद
खुद को आजाद कर खुदा...