गजल
मोहब्बत मे किसी का यार इतना मजबूर न हो,,
वादा करे,,,फिर वादा-खिलाफी,,,करके दूर न हो,,
जीस्त मे जहनम का लुत्फ मिलता है,,
जिसका यार,,मेरी जाँ बदलता है,,
ख्वाबो का...
वादा करे,,,फिर वादा-खिलाफी,,,करके दूर न हो,,
जीस्त मे जहनम का लुत्फ मिलता है,,
जिसका यार,,मेरी जाँ बदलता है,,
ख्वाबो का...