मैं भी पैंट पहन सकती हूँ
कितना जरूरी एक महिला का,
आर्थिक रुप से सुदृढ़ हो जाना,
चाहे कोई सी नौकरी करे वो पर,
घर आकर है उसे खाना भी पकाना।
कपड़े गर हों साफ करने तो जरूरी है,
उस स्त्री का उन्हें हाथ लगाना,
घंटों बाद भी जब घर पहुंचे तो,
बच्चों को उन्हें ही है फुसलाना।
रुको। जरा ठहरो। सुनो बात मेरी,
एक पुरुष जब पैसे है कमाता फिर,
घर के कामों क्या जरा वो हाथ बँटाता है,
बताओ ईमानदारी से, ऐसा भी क्या शर्माना?
सुनो अब न ज्यादा...