प्यारी सी खामोशी
आई है शामत 'इमरान' की जो 'इग्नोर' कर गया
प्यारी सी खामोशी से, ज़हन में इक शोर कर गया,
अपनी 'कसमों से बांध कर'...
प्यारी सी खामोशी से, ज़हन में इक शोर कर गया,
अपनी 'कसमों से बांध कर'...